सोलर सिस्टम का एक मुख्य भाग होता है सोलर पैनल, क्योंकि सोलर पैनल का ही काम होता है सूर्य की रोशनी से बिजली को पैदा करना ऐसे में एक सही सोलर पैनल का चयन करना बहुत जरुरी हो जाता है मोनो क्रिस्टलाइन सोलर पैनल का चयन करके बिजली बना सकते है ऐसे में मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल क्या होते है, इसमें टेक्नोलॉजी कौनसी होती है, कीमत क्या है और फायदे नुकसान क्या है पूरी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिलेगी|
Table of Contents
सोलर पैनल कितने प्रकार के होते है?
सोलर पैनल मुख्यतः 5 प्रकार के होते है
- पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
- मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
- मोनो पर्क सोलर पैनल
- हाफ कट सोलर पैनल
- बाय फैशियल सोलर पैनल
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल क्या है ?
सोलर पैनल एक से अधिक सोलर सेल से मिल कर बने होते है इसमें जिस टेक्नोलॉजी के सेल को काम में लिया जाता है उसी से ही पुरे सोलर पैनल को जाना जाता है| मोनो क्रिस्टलाइन सोलर सेल एकल सिलिकॉन क्रिस्टल से बने होते है तथा आकार में अष्टभुजी (octagon) या चतुर्भुजी (square shape) और गहरे नीले या काले रंग के होते है जिस के कारण इनकी दक्षता पोलीक्रिस्टलाइन से ज्यादा होती है|
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की दक्षता (Efficiency) कितनी हैं?
सोलर पैनल की दक्षता सोलर पैनल के क्षेत्रफल (लम्बाई * चौड़ाई) में बनने वाली बिजली पर निर्भर करती है जिससे मोनो क्रिस्टलाइन सोलर पैनल की दक्षता लगभग 20% तक होती है|
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत कितनी है ?
आज के समय में मोनोक्रिस्टलाइन सोलर की जगह मोनो पर्क सोलर पैनल ने ले ली है और मोनो पर्क सोलर पैनल की कीमत मोनोक्रिस्टलाइन के समान होती है 1 किलोवाट मोनो पर्क सोलर पैनल की कीमत ₹24,000 से लेकर ₹28,000 रूपये तक होती है और सोलर पैनल की कीमत इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप कितने किलोवाट या क्षमता के सोलर पैनल खरीद रहे है जैसे जैसे आप सोलर पैनल की संख्या बढ़ाते है कीमत भी उतनी ही कम देनी होती है|
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के फ़ायदे और नुकसान क्या है?
फ़ायदे:
- यह पोली क्रिस्टलाइन पैनल से ज्यादा और कम तापमान पर भी काम करते है|
- पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल की तुलना में कम जगह पर भी पॉवर जनरेट करता है|
- यह बारिश और खराब मौसम में भी पोली क्रिस्टलाइन की तुलना में ज्यादा काम करता है|
नुकसान:
- कीमत थोड़ी ज्यादा होती है|
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखे?
सोलर पैनल को सलेक्ट करते समय पैनल की ग्रेड कौनसी है कहीं बार डीलर उपभोक्ता को B ग्रेड का सोलर पेनल देकर A ग्रेड की कीमत वसूल कर लेते है सोलर पैनल के फ्रेम की मोटाई थोड़ी ज्यादा होने से उसकी मजबूती बड़ जाती है, सोलर पैनल के अंदर टेम्पर्ड ग्लास लगा होना चाहिए सोलर पैनल के पीछे जक्शन बॉक्स वाटर प्रूफ होना चाहिये जो की IP68 कैटेगिरी का बॉक्स होता है और अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे|
सारांश
यदि आप किसी ऐसी जगह पर रहते है जहाँ सूर्य की रौशनी कम आती है और वहाँ बजली कटौती बहुत ज्यादा होती है उन सभी जगहो को के लिए आप मोनो पर्क सोलर पैनल को लगवाना चाहिए और हमारे इस ब्लॉग में मोनो क्रिस्टलाइन सोलर पैनल की पूरी जानकारी दी गयी है और किसी भी जानकारी के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल पर जा कर देख सकते है यदि आपको हमारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इस जानकारी अधिक से अधिक शेयर करे और कोई सवाल पूछना चाहते हो तो निचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है
||जय हिन्द वन्दे मातरम् ||